Monday, May 19, 2025

वकील

 

वकील

कानून के पहरेदार, न्याय के प्रहरी,
वकील वह साथी जो है सच्चे इम्तिहान के भारी।

सुनता है जो हर बात, देता है सही राह,
अंधकार में दिखाता है उजाले की चाह।

हक के लिए लड़ता है, सच को बनाता है ढाल,
अंधेरों को चीरकर लाता है न्याय का उजियाल।

कभी थकता नहीं वह, कभी हार नहीं मानता,
वो होता है समाज का वो सच्चा अभिमान।

वकील है वह जो आवाज़ देता है गरीब की,
ना छोड़ता किसी का हक, चाहे हो कितनी भी भीड़ की।

न्याय की इस राह में उसका है बड़ा योगदान,
वकील है वो जो करता है सच का सम्मान।

राष्ट्रीय पशु: बाघ (बंगाल टाइगर)

 

राष्ट्रीय पशु: बाघ (बंगाल टाइगर)

विवरण:

  • भारत का राष्ट्रीय पशु है बाघ (विशेषकर बंगाल टाइगर)।

  • यह शक्तिशाली, साहसी और सुंदर होता है।

  • बाघ भारत के जंगलों का राजा माना जाता है।


महत्व:

  • शक्ति और साहस का प्रतीक: बाघ अपने ताकतवर स्वरूप और निर्भय स्वभाव के लिए जाना जाता है।

  • पर्यावरण संरक्षण का संकेत: बाघ के संरक्षण से भारत के जंगलों और जैव विविधता की रक्षा होती है।

  • राष्ट्रीय गर्व: बाघ भारतीय सांस्कृतिक और पारंपरिक प्रतीकों में भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है।


संरक्षण:

  • भारत सरकार ने बाघ संरक्षण के लिए कई योजनाएँ चलाई हैं, जैसे “Project Tiger” (पروجेक्ट टाइगर)।

  • यह योजना 1973 में शुरू हुई थी ताकि बाघों की संख्या बढ़ाई जा सके और उनके निवास स्थानों की सुरक्षा की जा सके।


रोचक तथ्य:

  • बाघ की पहचान उसकी जंगली धारियों से होती है, और हर बाघ की धारियाँ अलग होती हैं, जैसे मानवों के उंगलियों के निशान।

  • भारत में बाघ की सबसे बड़ी आबादी है, जो कि विश्व में सबसे अधिक है।

राष्ट्रीय ध्वज अधिनियम, 2002 (The Prevention of Insults to National Honour Act)

 

राष्ट्रीय ध्वज अधिनियम, 2002 (The Prevention of Insults to National Honour Act)

मुख्य बातें:

  1. तिरंगे का सम्मान:
    इस अधिनियम का उद्देश्य भारत के राष्ट्रीय ध्वज, राष्ट्रीय गान, और अन्य राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान या अनादर रोकना है।

  2. तिरंगे के अपमान पर दंड:
    यदि कोई व्यक्ति जानबूझकर या अनजाने में तिरंगे का अपमान करता है — जैसे तिरंगे को फटना, गंदा करना, जमीन पर गिराना, या कपड़ों आदि के रूप में उपयोग करना — तो उसे दंडित किया जा सकता है।

  3. प्रशासनिक नियम:
    तिरंगे को केवल वैध रूप से ही बनाया और फहराया जा सकता है। इसके लिए खादी ग्रामोद्योग आयोग के नियम लागू होते हैं।

  4. फहराने का तरीका:
    तिरंगा हमेशा सही तरीके से फहराना चाहिए, चाहे वह सरकारी भवन हो या सार्वजनिक स्थान। इसे झुका कर फहराना या गलत दिशा में फहराना निषिद्ध है।

  5. शिक्षा और प्रचार:
    अधिनियम के तहत लोगों को तिरंगे के सम्मान के प्रति जागरूक करना भी आवश्यक है।


दंड:

  • तिरंगे के अपमान पर एक साल तक की सजा या जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं।

  • यह कानून राष्ट्रीय गौरव को बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

तिरंगे से जुड़े रोचक तथ्य और नियम

 

तिरंगे से जुड़े रोचक तथ्य और नियम:

  1. ध्वज की लंबाई और चौड़ाई का अनुपात:
    राष्ट्रीय ध्वज का अनुपात 3:2 होता है (लंबाई की तुलना में चौड़ाई)।

  2. अशोक चक्र की खासियत:
    अशोक चक्र के 24 तीलियाँ दिन के 24 घंटे और निरंतर गति को दर्शाती हैं। यह ‘धर्म चक्र’ का प्रतीक है जो न्याय और सदाचार का मार्ग दिखाता है।

  3. तिरंगे का निर्माण:
    तिरंगा केवल खादी से बनाया जाता है। इसे खादी ग्रामोद्योग आयोग के तहत नियंत्रित किया जाता है।

  4. ध्वज सम्मान के नियम:

    • तिरंगे को जमीन पर नहीं गिराया जाना चाहिए।

    • इसे झंडे की डोरी से नीचे नहीं गिराना चाहिए।

    • ध्वज को फहराने या उतारते समय सम्मान दिखाना अनिवार्य है।

    • तिरंगे को कभी भी वस्त्र, पर्दा या कपड़े के तौर पर नहीं इस्तेमाल करना चाहिए।

  5. ध्वज का फहराना:
    तिरंगा फहराने का सही समय सूर्योदय से सूर्यास्त तक है। रात में फहराना केवल विशेष प्रकाश व्यवस्था के साथ ही किया जाता है।

  6. ध्वज दिवस:
    हर साल 22 जुलाई को ध्वज दिवस मनाया जाता है, जो तिरंगे के स्वीकृति दिवस के रूप में जाना जाता है।

  7. फहराने का तरीका:
    तिरंगा हमेशा सम्मान और गरिमा के साथ ऊँचे स्थान पर फहराया जाता है। यह किसी से नीचे नहीं होना चाहिए।

राष्ट्रीय ध्वज — तिरंगा

 

राष्ट्रीय ध्वज — तिरंगा

रूप और रंग:

  • भारतीय तिरंगे का आकार आयताकार है।

  • इसके तीन क्षैतिज पट्टियाँ हैं:

    • ऊपर केसरिया रंग (साहस, बलिदान, और देशभक्ति का प्रतीक),

    • बीच में सफ़ेद रंग (शांति, सच्चाई और ईमानदारी का प्रतीक),

    • नीचे हरा रंग (समृद्धि, उर्वरता और जीवन का प्रतीक)।

  • बीच में सफेद पट्टी पर नीले रंग का अशोक चक्र है, जिसमें 24 तीलियाँ होती हैं। यह अशोक चक्र अशोक स्तम्भ से लिया गया है और यह धर्म, न्याय और गति का प्रतीक है।


इतिहास:

  • भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का प्रारूप पिंगली वेंकैया ने 1921 में प्रस्तुत किया था।

  • 22 जुलाई 1947 को स्वतंत्र भारत का आधिकारिक राष्ट्रीय ध्वज घोषित किया गया।

  • ध्वज को फहराने और संभालने के लिए विशेष नियम हैं, जो "भारतीय ध्वज अधिनियम, 2002" में वर्णित हैं।


महत्व:

  • केसरिया रंग: देश की शक्ति और साहस को दर्शाता है।

  • सफ़ेद रंग: शांति, सत्य और ईमानदारी का प्रतीक।

  • हरा रंग: विकास और समृद्धि का संकेत।

  • अशोक चक्र: कानून और धर्म की निरंतर गति और प्रगति को दर्शाता है।


फहराने के नियम:

  • तिरंगा हमेशा सम्मान के साथ फहराना चाहिए।

  • इसे ज़मीन पर नहीं फेंकना चाहिए।

  • यह कभी भी क्षतिग्रस्त या गंदा नहीं होना चाहिए।

  • सार्वजनिक स्थानों, सरकारी भवनों और विशेष अवसरों पर तिरंगा फहराना आम है।

भारत के राष्ट्रीय प्रतीक

 

भारत के राष्ट्रीय प्रतीक

  1. राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा)

    • तीन रंग: केसरिया (साहस का प्रतीक), सफेद (शांति का प्रतीक), हरा (समृद्धि का प्रतीक)

    • बीच में नीले रंग का अशोक चक्र (24 तीलियों वाला)

  2. राष्ट्रीय पशु

    • बाघ (शेर की ताकत, शक्ति और साहस का प्रतीक)

  3. राष्ट्रीय पक्षी

    • मोर (रंगीन और शालीनता का प्रतीक)

  4. राष्ट्रीय फूल

    • कमल (शुद्धता और सौंदर्य का प्रतीक)

  5. राष्ट्रीय फल

    • आम (लोकप्रिय और व्यापक रूप से उगने वाला फल)

  6. राष्ट्रीय पेड़

    • बरगद का पेड़ (स्थायित्व और जीवन का प्रतीक)

  7. राष्ट्रीय गीत

    • वंदे मातरम् (बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित)

  8. राष्ट्रीय खेल

    • हॉकी

जन गण मन अधिनायक जय हे

 "जन गण मन" भारत का राष्ट्रीय गान है, जिसकी रचना और संगीत रवींद्रनाथ ठाकुर ने 1911 में किया था। इसे 24 जनवरी 1950 को भारत का राष्ट्रीय गान घोषित किया गया। यह गीत भारतीय संघ के विभिन्न राज्यों, भाषाओं और संस्कृतियों की एकता का प्रतीक है।

व्याख्या:

  • जन गण मन अधिनायक जय हे — हे जन, हे लोगों के स्वामी, जय हो।

  • भारत भाग्य विधाता — भारत, जो हमारे भाग्य का निर्माता है।

  • पंजाब सिंध गुजरात मराठा — यह भारत के विभिन्न क्षेत्रों और लोगों का उल्लेख है।

  • द्राविड़ उत्कल बंगा — दक्षिण भारत, ओड़िशा (उत्कल), बंगाल।

  • विंध्य हिमाचल यमुना गंगा — भारतीय भौगोलिक विशेषताएं और नदियाँ।

  • उच्छल जलधि तरंगा — समुद्र की लहरें।

  • तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशीष मांगे — तुम्हारे शुभ नाम से जागते हैं और तुम्हारे आशीर्वाद की कामना करते हैं।

  • गाहे तव जयगाथा — तुम्हारी जय-गाथा गाते हैं।

  • जन गण मंगलदायक जय हे — हे लोगों के गण, मंगलकारी हो, जय हो।

यह गान भारत की एकता, विविधता और गौरव का प्रतीक है।