Monday, May 19, 2025

जन गण मन अधिनायक जय हे

 "जन गण मन" भारत का राष्ट्रीय गान है, जिसकी रचना और संगीत रवींद्रनाथ ठाकुर ने 1911 में किया था। इसे 24 जनवरी 1950 को भारत का राष्ट्रीय गान घोषित किया गया। यह गीत भारतीय संघ के विभिन्न राज्यों, भाषाओं और संस्कृतियों की एकता का प्रतीक है।

व्याख्या:

  • जन गण मन अधिनायक जय हे — हे जन, हे लोगों के स्वामी, जय हो।

  • भारत भाग्य विधाता — भारत, जो हमारे भाग्य का निर्माता है।

  • पंजाब सिंध गुजरात मराठा — यह भारत के विभिन्न क्षेत्रों और लोगों का उल्लेख है।

  • द्राविड़ उत्कल बंगा — दक्षिण भारत, ओड़िशा (उत्कल), बंगाल।

  • विंध्य हिमाचल यमुना गंगा — भारतीय भौगोलिक विशेषताएं और नदियाँ।

  • उच्छल जलधि तरंगा — समुद्र की लहरें।

  • तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशीष मांगे — तुम्हारे शुभ नाम से जागते हैं और तुम्हारे आशीर्वाद की कामना करते हैं।

  • गाहे तव जयगाथा — तुम्हारी जय-गाथा गाते हैं।

  • जन गण मंगलदायक जय हे — हे लोगों के गण, मंगलकारी हो, जय हो।

यह गान भारत की एकता, विविधता और गौरव का प्रतीक है।

जन गण मन

 

भारत का राष्ट्रीय गान है "जन गण मन", जिसकी रचना रवींद्रनाथ ठाकुर ने की थी। यहाँ इसका पूरा पाठ प्रस्तुत है:


जन गण मन

जन गण मन अधिनायक जय हे,
भारत भाग्य विधाता।
पंजाब सिंध गुजरात मराठा,
द्राविड़ उत्कल बंगा।

विंध्य हिमाचल यमुना गंगा,
उच्छल जलधि तरंगा।
तव शुभ नामे जागे,
तव शुभ आशीष मांगे।

गाहे तव जयगाथा।
जन गण मंगलदायक जय हे,
भारत भाग्य विधाता।
जय हे, जय हे, जय हे,
जय जय जय जय हे।

देश का सपना

 

देश का सपना

देखो उस देश को, जहां हर दिल में हो प्यार,
जहां ना हो कोई दूरियाँ, ना कोई विचार।
जहां सब मिलकर करें काम, एक साथ कदम बढ़ाएँ,
देश का वह सपना हम सब मिलकर सजाएँ।

शिक्षा, स्वास्थ्य, समृद्धि का हो उजियाला,
हर बच्चे के चेहरे पर हो मुस्कान का सवेरा।
जहां महिला हो सशक्त, और युवा हो जागरूक,
ऐसा देश हो हमारा, ऐसा हो हमारा उद्देश्य।

अटल विश्वास

 

अटल विश्वास

अंधकार चाहे जितना घना हो,
विश्वास की लौ बुझती नहीं।
हौसलों की डगर पर जो चले,
वो कभी हारता नहीं।

अटल विश्वास दिल में रखो,
सपनों को सच करने का जज़्बा।
जीवन की हर लड़ाई में,
सफलता है तेरी मँज़िल का पता।

जीत का संदेश

 

जीत का संदेश

हार नहीं मानना,
रुकना नहीं कभी।
अंधेरा छटेगा,
रोशनी होगी तभी।

जो संघर्ष करे,
वही विजेता बने।
थक कर बैठना नहीं,
सपनों को सच करे।

हर बाधा को पार कर,
बढ़ो निरंतर।
जीत का ये संदेश है,
जीवन है एक सफर।

शक्ति और संयम

 

शक्ति और संयम

शक्ति वही जो न हार मानती है,
जो गिर कर भी फिर संभल जाती है।
संयम वही जो मन को धीर रखे,
जो हर परिस्थिति में संतुलन बनाए रखे।

जीवन की इस राह में जो चले सच्चाई से,
जिसका मन हो धैर्य और सहनशीलता से।
ऐसे ही बनते हैं हम अपने भाग्य के स्वामी,
शक्ति और संयम से जीतते हर जंग भारी।

आशा की किरण

 

आशा की किरण

जब भी जीवन में छाए अँधेरा,
जल उठे मन में आशा का दीपक।
डर को पीछे छोड़, आगे बढ़ चलो,
हर मुश्किल को करो तुम मात।

आसमान को छूने की है चाहत,
तुम्हारे सपनों में है अपार शक्ति।
हिम्मत न हारो, कभी न रुकना,
आशा की किरण से जग को जगाना।