शक्ति और संयम
शक्ति वही जो न हार मानती है,
जो गिर कर भी फिर संभल जाती है।
संयम वही जो मन को धीर रखे,
जो हर परिस्थिति में संतुलन बनाए रखे।
जीवन की इस राह में जो चले सच्चाई से,
जिसका मन हो धैर्य और सहनशीलता से।
ऐसे ही बनते हैं हम अपने भाग्य के स्वामी,
शक्ति और संयम से जीतते हर जंग भारी।
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