Monday, May 19, 2025

मत डरना

 

मत डरना

मत डरना कभी, चाहे जो भी हो,
मुश्किलें आएं तो भी हिम्मत न खो।
राहें कठिन हों या हो अँधेरा गहरा,
अपने विश्वास से करो उजियारा।

हर संघर्ष में छुपा होता है एक सवेरा,
जिसे पाने को चलना है डटे रहना।
जीवन की इस लड़ाई में कभी ना थको,
सपनों को पूरा करने का हौसला रखो।

चलो आगे बढ़ें

 

चलो आगे बढ़ें

चलो आगे बढ़ें, न रुके कहीं,
मंज़िल दूर सही, फिर भी चले कहीं।
हर बाधा को पार करें, हर दुख को झुका दें,
अपने हौंसले से अँधेरा भी चीर दें।

जीवन की राह में जो भी आए बाधा,
हिम्मत से सामना करें, ना हो कोई थकावट।
चलो आगे बढ़ें, चलो आगे बढ़ें,
सपनों को सच करने की ये है सच्ची राह।

आओ मिलकर

 

आओ मिलकर

आओ मिलकर एक नया सफर शुरू करें,
जहाँ हर दिल में हो एक उम्मीद की झलक।
जहाँ ना हो कोई दूरियाँ, ना कोई फासले,
साथ मिलकर हम सबका हो उजाला।

मिलकर काम करें, मिलकर सपने सजाएँ,
देश को हम नई ऊँचाइयों पर ले जाएँ।
भेद-भाव को छोड़कर, प्यार से जुड़े,
सपनों के उस भारत को साकार करें।

समय की पुकार

 

समय की पुकार

समय की पुकार सुनो,
अब नहीं ठहरने का वक्त।
हर पल है नया अवसर,
बढ़ो आगे, करो संघर्ष सतत।

जो खोया उसे भूल जाओ,
जो पाया है उसे संजो लो।
अपने कर्मों से इतिहास लिखो,
नई राहों को सजो लो।

विपत्तियों में न घबराओ,
आँधियों से लड़ने का हुनर सीखो।
समय की पुकार सुनो,
अब नहीं ठहरने का वक्त।

अग्निपथ

 

अग्निपथ

वृक्ष हों भले खड़े,
हों घने, हों बड़े,
एक पत्र छाँह का मांग मत, मांग मत, मांग मत।

अग्निपथ! अग्निपथ! अग्निपथ!
तू न थकेगा कभी,
तू न थमेगा कभी,
तू न मुड़ेगा कभी,
कर शपथ! कर शपथ! कर शपथ!

यह महान है लक्ष्य,
यह महान है तप,
यह महान है तप,
अग्निपथ! अग्निपथ! अग्निपथ!

वंदे मातरम्

 

वंदे मातरम्

वंदे मातरम्!
सुजलाम् सुफलाम्,
मलयजशीतलाम्,
शस्यशामलाम् मातरम्।

शुभ्रज्योत्स्ना पुलकित यामि,
फुल्ल कुसुमित द्रुमदलशोभितम्,
सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीम्,
सुखदां वरदां मातरम्।

उम्मीद

 

उम्मीद

हर अँधियारे के बाद आता है उजाला,
हर मुश्किल के बाद आती है राह साफ़।
ना हार मानो, चलो बढ़ते जाओ,
जीत की कहानी खुद लिख जाओ।

तुम में है वो ताकत, जो बदल दे जहाँ,
तुम्हारे सपनों में है अनगिनत फ़साना।
रखो दिल में भरोसा, रखो मन में धीरज,
हर कठिनाई को पार कर दिखाओ आज।