Monday, May 19, 2025

अग्निपथ

 

अग्निपथ

वृक्ष हों भले खड़े,
हों घने, हों बड़े,
एक पत्र छाँह का मांग मत, मांग मत, मांग मत।

अग्निपथ! अग्निपथ! अग्निपथ!
तू न थकेगा कभी,
तू न थमेगा कभी,
तू न मुड़ेगा कभी,
कर शपथ! कर शपथ! कर शपथ!

यह महान है लक्ष्य,
यह महान है तप,
यह महान है तप,
अग्निपथ! अग्निपथ! अग्निपथ!

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