Tuesday, May 27, 2025

हिंदी साहित्य के प्रमुख काल – सारांश

 हिंदी साहित्य के चार प्रमुख कालों (आदिकाल, भक्तिकाल, रीतिकाल, आधुनिक काल) का एक सरल और स्पष्ट सारांश — बिल्कुल नोट्स और परीक्षा के लिए उपयुक्त।


📜 हिंदी साहित्य के प्रमुख काल – सारांश


1️⃣ आदिकाल (1050–1375 ई.)

मुख्य विशेषता: वीरगाथा साहित्य
भाषा: अपभ्रंश, पुरानी हिंदी, खड़ी बोली, ब्रज
प्रमुख रचनाएँ: पृथ्वीराज रासो (चंदबरदाई), बीसलदेव रासो, परमाल रासो
विषय: राजाओं की वीरता, युद्ध, राष्ट्रभक्ति, शौर्य
कवि: चंदबरदाई, नरपति नाल्ह, जिनपति, विद्यापति (आंशिक रूप)


2️⃣ भक्तिकाल (1375–1700 ई.)

मुख्य विशेषता: भक्ति और भगवान के प्रति समर्पण
द्विविधा धारा:

  • निर्गुण भक्ति → कबीर, नानक, दादू (सगुण रूप का निषेध)

  • सगुण भक्ति → रामभक्ति (तुलसीदास) और कृष्णभक्ति (सूरदास, मीरा)
    भाषा: अवधी, ब्रज, सधुक्कड़ी
    प्रमुख रचनाएँ: रामचरितमानस (तुलसीदास), विनयपत्रिका, सूरसागर (सूरदास), मीरा के पद


3️⃣ रीतिकाल (1700–1900 ई.)

मुख्य विशेषता: शृंगार (रस), नायिका-भेद, काव्य शास्त्र, दरबारी साहित्य
भाषा: ब्रज
कवि: बिहारी, केशव, देव, पद्माकर, घनानंद
प्रमुख रचनाएँ: बिहारी सतसई, रसिकप्रिया (केशव), पद्माकर ग्रंथावली


4️⃣ आधुनिक काल (1900 ई. से वर्तमान)

मुख्य विशेषता: राष्ट्रीय चेतना, मानवतावाद, समाज सुधार
चार उपकाल:

  • भारतेन्दु युग (1900–1918) → भारतेन्दु हरिश्चंद्र, बालकृष्ण भट्ट

  • द्विवेदी युग (1918–1936) → महावीर प्रसाद द्विवेदी, मैथिलीशरण गुप्त, प्रसाद

  • छायावाद (1918–1936) → जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा, निराला

  • प्रयोगवाद/नई कविता/नयी कहानी (1936–अब) → अज्ञेय, मुक्तिबोध, निर्मल वर्मा, मोहन राकेश


🌟 सारांश चार्ट

कालसमयमुख्य विषयमहत्त्वपूर्ण कवि/लेखक
आदिकाल1050–1375वीरगाथा, युद्ध, शौर्यचंदबरदाई, नरपति नाल्ह
भक्तिकाल1375–1700भक्ति, भगवान, भजनतुलसीदास, सूरदास, कबीर, मीरा
रीतिकाल1700–1900शृंगार, नायिका-भेद, दरबारीबिहारी, केशव, देव, घनानंद
आधुनिक काल1900–अब तकराष्ट्रीयता, मानवतावाद, प्रयोगप्रसाद, पंत, महादेवी, अज्ञेय

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