यहाँ एक कालजयी (timeless) हिंदी proverb है:
"जैसा बोओगे, वैसा काटोगे।"
मतलब: आपकी मेहनत और कर्म के अनुसार ही फल मिलेगा।
ये कहावत हमेशा सटीक रहती है, हर समय सही है।
"अंधा बांटे रेवड़ी, फिर-फिर अपने को दे।"
मतलब: जब कोई व्यक्ति या समूह समान रूप से चीजें बांटता है, तो वो हमेशा अपने लिए ज्यादा रखता है।
"नदी में रहकर मगर से बैर नहीं करना चाहिए।"
मतलब: अपने माहौल या परिस्थिति के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना चाहिए।
"धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय।"
मतलब: सब काम समय लेकर धीरे-धीरे होते हैं, जल्दबाजी ठीक नहीं।
"बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद।"
मतलब: जो किसी चीज़ की कदर नहीं करता, उसे उसकी असली कीमत पता नहीं होती।
"घर की मुर्गी दाल बराबर।"
मतलब: अपने घर या पास की चीज़ों की अहमियत कम समझी जाती है।
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